सुविचार

ईर्ष्या घृणी न संतुष्ट: क्रोधिनो नित्यशंकित: ।
परभाग्योपजीवी च षडेते नित्यदु:खिता: ॥

अर्थ : "ईर्ष्या करनेवाला, घृणा करनेवाला, असंतोषी, क्रोधी सदा शङ्कित रहनेवाला और दूसरें के भाग्यपर जीवन निर्वाह करनेवाला ये सदा दु:खी रहते है।"

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