सुविचार

द्वाविमौ पुरुषौ राजन् स्वर्गस्योपरि तिष्ठत:। 
प्रभुश्च क्षमया यक्तो दरिद्रश्च प्रदानवान् ॥

अर्थ : " ये दो प्रकारके पुरूष स्वर्ग के भी उपर स्थान पाते हैं, शक्तिशाली होने पर भी क्षमा करने वाला और निर्धन हो कर भी दान देने वाला। "

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